श्री वृन्दावन धाम प्रभु का याहा सम्बल कर आना जीरॉक दवेष बिकार बासना याहा न लेकर आना जीश्री वृन्दावन धाम प्रभु का याहा सम्बल कर आना जी,,,,,,,,,,,,,,,, कल कल करती यमुना बेहती निर्मल जल की धारा हैश्याम प्रभु के सुंदर दर्शन बंसी बट अति प्यारा हैराधा रमण की वाधा हर के दुखड़े सभी सुनाना जीश्री वृन्दावन धाम प्रभु का याहा …
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