समजा ले तेरे लाला को मेरी बहिया पकड़ मरोड़ देमेरी भरी मटकिया फोड़गी क्यों ऋ गुजरियां सारी ये मोहे माखन चोर बतावे माँमुझपे झूठा दोष लगावे माँ माँ बीगड़ गयो तेरो वनवारीमोह से करे उदम बडो भारीतेरे कान्हा से हम तंग सारी,धोखे से पकड़ जजोड़ दई मेरी भरी मटकियाँ फोड़ दी मोहे सब केहती काला कालाकभी केहती गोकुल का ग्वाला,कभी …
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