सरवरीया री तीर खड़ी,आ नानी नीर बहावे हैजामण जाए वीर बिना कुण,भात भरण न आवे है….. एक दिन मारो भोलो बाबुल,अरबपति कहलायो थोधन दौलत और माल खजाना,गाडो भर भर लायो थोऊंचा ऊंचा महल मालिया,नगर सेठ कहलायो थोअण गिनती रा नौकर चाकर,याद मने सब आवे हैसरवरीया री तीर खड़ी,आ नानी नीर बहावे है…. लाड प्यार में पली लाडली,बड़ा घरा परणाई थीदान …
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