सर्वस्व दान ही सबसे बड़ा वे लोगों के घर आटा पीसकर अपना काम चलाती हैं| ये पैसे कई महीने में वे एकत्र कर पायी थीं| यही उनकी सारी पूँजी थीं| मैं सर्वस्व दान करने वाली उन श्रद्धालु माता को प्रणाम करता हूँ|’ Read More »