साँसों की ज़रूरत हो जैसे ज़िन्दगी के लिए,हर सांस हो आपकी बंदगी के लिए, दर पे जाकर ही दुःख भूल जाता हूँ,पड़ती ज़रूरत जो इनको बुलाता हूँ,चला आता हूँ तेरे द्वार पर ,देने शुक्राना , दोनों हाथ जोड़ कर,जब जब पुकारा है तुमको आये मेरे लिए,हर सांस हो आपकी बंदगी के लिए,जय श्री श्याम………….. हर ग्यारस खाटू जाना मेरा हो,ऐसा …
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