सांझ सवेरे संवारे मेरे कान्हा कान्हा गाती हु,सच कहती हु संवारे मेरे मन की शांति पाती हुसांझ सवेरे संवारे मेरे कान्हा कान्हा गाती हु, मैंने तुझसे प्रीत लगा ली हैतेरी बांसुरी मन में रमा ली हैमिल जाए प्रेम तुम्हारा मोहन बस इतना ही चाहती हुसांझ सवेरे संवारे मेरे कान्हा कान्हा गाती हु, मेरी रूह में तुम्ही समाये होमेरे रोम रोम …
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