सुनते हो श्याम सबकी, सुनलो ज़रा हमारी,सुनलो जरा हमारी, इक आस है तुम्हारी,हम भी शरण हैं तेरी कर दो दया बिहारी,सुनते हो श्याम सबकी……… अश्कों के घूँट पी के, ज़ख्मों को अपने सीतें,जीवन ये यूँही बीते, विपदा पड़ी है भारी…..-2सुनते हो श्याम सब की, सुनलो ज़रा हमारी,सुनते हो श्याम सबकी……… कहती है सारी दुनियाँ, है कहाँ तेरा कन्हैया,मझधार में है …
Read More »