राम तुम बड़े कृपालु हो, शाम तुम बड़े दयालु हो । नाथ तुम बड़े दयालु हो,प्रभु जी तुम बड़े कृपालु हो ॥ और न कोई हमारा है, मुझे इक तेरा सहारा है । कि नईया डोल रही मेरी,प्रभु जी तुम करो न अब देरी ॥ तेरा यश गाया वेदों ने, पार नहीं पाया वेदों ने । नेती नेती गाया वेदों …
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गिरिधारिलाला चकरा रखो जी
चकरा रहसूम बागा लागासूम, नीता उठा दरसाना पसूम वृंदावाना की कुंजा गेलीना में तेरी लीला गसूम|| चाकरी में दरसाना पौँ, सुमिरना पौँ खरची भावा भागती जगीरी पौँ, टिनूं बटम सरसी|| मोरा मुकता पीताम्बारा सोहे, गला वाइजंटी माला विंडरबाना में ढेनु चरावे, मोहना मुरलीवाला|| जोगी आया जोगा करणकूम, तपा करने संन्यासी हरी भजनकूम साधु आया, विंडरबनके बसी मिरके प्रभु गहिरा गंभीरा …
Read More »मैं तो सँवरे के रंगा रची
सजी सिंगरा बँधी पगा घुंघरू, लोका-लाजा ताजी नाची गई कुमति, लाई साधुकी संगति, भागता, रूपा भाई सांची गया गया हरीके गुना निसा डिना, कालाबयलसूम बांची उणा बिना सबा जगा खारो लगता, ऑरा बता सबा काँची मीरा श्रीगिरिधरना लालासूम, भागती रसीली जाँची [To English wish4me] Saji Singara Bandhi Paga Ghumgharu, Loka-laja Taji Nachi Gai Kumati, Lai Sadhuki Sangati, Bhagata, Rupa Bhai …
Read More »नवधा भक्ति
प्रथम भगति संतन कर संगा | दूसरि रति मम कथा प्रसंगा || गुर पद पंकज सेवा तीसरि भगति अमान | चौथि भगति मम गुन गन करइ कपट तज गान || मंत्र जाप मम दृढ़ बिस्वासा | पंचम भजन सो बेद प्रकासा || छठ दम सील बिरति बहु करमा | निरत निरंतर सज्जन धर्मा || सातव सम मोहि मय जग देखा …
Read More »मानस से : नवधा भक्ति
प्रथम भगति संतन्ह कर संगा । दूसरि रति मम कथा प्रसंगा ॥ गुर पद पंकज सेवा तीसरि भगति अमान।पंचम भजन सो बेद प्रकासा ॥ चौथि भगति मम गुन गन करइ कपट तजि गान ॥मंत्र जाप मम दृढ़ बिस्वासा । छठ दम सील बिरति बहु करमा । निरत निरंतर सज्जन धरमा ॥ सातवँ सम मोहि मय जग देखा । मोतें संत …
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