बता मेरे यार सुदामा रे,भाई घने दिनों में आया बालक था रे जब आया करता,रोज़ खेल के जाया करता रे बालक था रे जब आया करता,रोज़ खेल के जाया करता हुए के तकरार सुदामा रे,भाई घने दिनों में आया बता मेरे यार सुदामा रे.भाई घने दिनों में आया मानने सुना दे कुटुम्ब कहानी,क्यूँ कर पद गी ठोकर खानी रे मानने …
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