कुरुक्षेत्र में दो मित्र थे – एक ब्राह्मण और दूसरा क्षत्रिय । ब्राह्मण का नाम पुण्डरीक और क्षत्रिय का अंबरीष । दोनों में गाढ़ी मित्रता थी । खाना पीना, टहलना सोना एक ही साथ होता था । जवान उम्र में पैसे पास हो और कोई देख – रेख करने वाला न हो तो मनुष्य को बिगड़ते देर नहीं लगती । …
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दोस्त का जवाब
बहुत समय पहले की बात है , दो दोस्त बीहड़ इलाकों से होकर शहर जा रहे थे . गर्मी बहुत अधिक होने के कारण वो बीच -बीच में रुकते और आराम करते . उन्होंने अपने साथ खाने-पीने की भी कुछ चीजें रखी हुई थीं . जब दोपहर में उन्हें भूख लगी तो दोनों ने एक जगह बैठकर खाने का विचार किया . खाना खाते – खाते दोनों में किसी …
Read More »सलाह लें ,पर संभल कर (take advice but be careful)
मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है. जो की लोगो के समूह के बीच मे रहता है ,इस समूह मे कई तरह के रिश्तो को वो निभाता है ! कुछ रिश्ते निस्स्वार्थ होते है ,जबकि अधिकतर रिश्तो की नीव स्वार्थ पर टिकी होती है! हम जो professional relation बनाते हैं, वो अधिकतर आदान प्रदान या यो कहें एक से दूसरे को ,और …
Read More »कृपा करके अपनी सोच को बदलें (Please change your thinking)
एक दोस्त ने मुझे शादी में पूछा कि ” आज माल कौन सा सबसे सुंदर आया शादी में” मैंने एक लडकी की तरफ इशारा करते हुए कहा कि वह आज सबसे सुंदर लग रही है। उसने गुस्से से मेरी तरफ देखते हुए कहा “मूंह संभाल के बात कर वो मेरी बहन है” मैंने कहा बाह मेरे शेर सदके जाऊ तेरी सोच के तेरी …
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