डूबी हुई कश्ती का किनारा है संवारा,दुनिया में हारो का तो सहारा है संवाराडूबी हुई कश्ती का किनारा है संवारा, दिल से जो इसका नाम लेके याद करता है,मेरे श्याम के चरणों में यो फरयाद करता है,भगतो के प्रेम में सदा हारा है संवाराडूबी हुई कश्ती का किनारा है संवारा, पत्थर भी श्याम दर पे कोहीनूर बनते है,उनको फिकर नही …
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