गोवर्धन धाम चलो री प्यारी,गोवर्धन धाम चलो री प्यारी,ए री गोवर्धन हां री गोवर्धन,धाम चलो री प्यारी,गोवर्धन धाम चलो री प्यारी ॥ जहाँ गिरीराज महाराज विराजें,लता पता वन उपवन साजें,दर्शन कूं आवें नर नारी, गोवर्धन॥गोवर्धन धाम चलो री प्यारी, गोवर्धन॥ सात कोस परिक्रमा लगाओ,कुंड कुण्ड कौ आचमन पाओ,मानसी गंगा नहाओ प्यारी, गोवर्धन॥गोवर्धन धाम चलो री प्यारी, गोवर्धन॥ ठौर ठौर पे …
Read More »