गोविन्द चले आओ, गोपाल चले आओहे मुरलीधर मोहन मेरे श्याम चले आओ|| मेरी नाव भावर में है, और दूर किनारा है,तुम बिन ना कोई दूजा प्रभु और सहारा है,बन कर के माझी तुम मेरी और चले आओगोविन्द चले आओ… मेरे दिल की धड़कन में बस तू ही समाया है,ऐ दिलबर मेरे दिल को, तेरा नूर ही भाया है,मेरे आशिआने में …
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