हे गुरु तुम हो मेरे निधन वेद पूरण है तुज़मे समाए रामायण है तेरा सार गीता में तो शब्ध टुमरे महाभारत में तेरा ज्ञान कुछ… ये संसार तुम ही रचाए लेवत तुम हो सबका भर करम धरम सब तेरे अर्पण कैसे करूँ में तेरा बयान कुछ… [To English wish4me] Hey Guru tum ho mere Nidhan Ved puran hai Tujme samaye …
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गुरु सत्संग है प्राण से प्यारा
इसमे बहेती है अमर्टधारा अमर्टधारा, अमर्टधारा… कितने जन्मों से प्यासा तू कभी संभला और कभी गिरा तू गुरु वाणी ने तुजको पुकारा इसमे बहेती है… छोड़ अहम को जा तू शरण में दल दुखों की गटरी चरण में इन चरनो ने सबको है तारा इनमें बहेती है… ज़हर तेरा वो पीले क्षण में प्रलय हो जाए कर्मों के पल में …
Read More »सत्यम शिवमसुंदरम
सत्यामायँ शिवमयँ सुंदरमयँ ज्ञानमायँ प्रेममायँ सर्वाँ स्नेहमायँ गुरु चरनाम भक्तिमायँ ब्रह्मज्ञाना मायँ गुरुसनिदयं सर्वसमतवाँ आत्मज्ञानमायँ [To English wish4me] Satyamayam shivamayam sundaramayam Gyanamayam premamayam sarvam snehamayam Guru charanam bhaktimayam brahmagyana mayam Gurusanidyam sarvasamatvam atmagyanamayam
Read More »गुरु मेरा परब्रह्मा, गुरु भगवणता
गुरु मेरा परब्रह्मा, गुरु भगवणता गुरु मेरा बेरु..अलक आबेरु ऊहह सर्वा पूज्या चरना गुरु सेवा गुरु का दर्शन, धेक धेक जीवा ऊ गुरु के चरण मे, ढोइए डोइए पीवा गुरु मेरा ज्ञाना, गुरु थे द्याना ओह गुरु गोपाला, पूरक भगवान “गुरु मंगलम..गुरु पड़ा मंगलम…” [To English wish4me] Guru Mera Parabrahma, Guru Bhagavantha Guru Mera Beru..alak Aberu Oohh Sarwa Pujya Charana …
Read More » गुरु पूर्णिमा आषाढ़ में क्यों? गुरु पूर्णिमा पर क्या करें!
आषाढ़ पूर्णिमा को वेद व्यासजी का अवतरण हुआ था. उन्होंने ही वेद-पुराणों से परिचित कराया, ईश्वर और मनुष्य के बीच सेतु बने. इसलिए आषाढ़ पूर्णिमा गुरू पूर्णिमा हुई. वेद व्यास जी अवतार हैं, आषाढी पूर्णिमा को तो चंद्रमा बादलों में छुपा ही रहता है उसी दिन क्यों! शरद पूर्णिमा जब चंद्रमा सबसे युवा और सबसे ज्यादा आकर्षक होता है, उस …
Read More »गुरु पूर्णिमा
गुरु पूर्णिमा राष्ट्रीय विस्तृत त्योहार है जो इस दुनिया में गुरु के प्रति समर्पित है। गुरु शब्द शिक्षक जो एक नौसिखिया के लिए कुछ भी सिखाता है के लिए प्रयोग किया जाता है। यदि हम प्राचीन समय से संबंधित, टी वास्तव में गुरु व्यास ने लिखा 4 वेदों की पूजा की जाती है। लेकिन आज के समय में, यह …
Read More »वामनअवतार
एक समय की बात है। युद्ध में इन्द्र से इन्द्र से हारकर दैत्यराज बलि गुरु शुक्राचार्य की शरण में गये। शुक्राचार्य ने उनके अन्दर देवभाव जगाया। कुछ समय बाद गुरू कृपा से बलि ने स्वर्ग पर अधिकार कर लिया। प्रभु की महिमा कितनी विचित्र है कि कलका देवराज इन्द्र आज भिखारी हो गया। वह दर-दर भटकने लगा। अन्त में अपनी …
Read More »भज मन मेरे राम नाम तू
भज मन मेरे राम नाम तू गुरु आज्ञा सिर धार रे। नाम सुनौका बैठ मुसाफि़र जा भवसागर पार रे। राम नाम मुद मंगल कारी । विघ्न हरे सब पातक हारी। साँस साँस श्री राम सिमर मन पथ के संकट टार रे। भज मन मेरे … परम कृपालु सहायक है वो। बिनु कारन सुख दायक है वो। केवल एक उसी के …
Read More »मेरे मन मन्दिर मे राम बिराजे
मेरे मन मन्दिर मे राम बिराजे। ऐसी जुगति करो हे स्वामी ॥अधिष्ठान मेरा मन होवे। जिसमे राम नाम छवि सोहे । आँख मूंदते दर्शन होवे ऐसी जुगति करो हे स्वामी ॥ मेरे मन … सांस सांस गुरु मन्त्र उचारूं। रोमरोम से राम पुकारूं । आँखिन से बस तुम्हे निहारूं। ऐसी जुगति करो हे स्वामी ॥ मेरे मन … औषधि रामनाम …
Read More »गुरुजी मैं तो एक निरंजन ध्याऊँ
गुरुजी, गुरुजी , गुरुजी , गुरुजी …. गुरुजी मैं तो एक निरंजन ध्याऊँ जी। दूजे के संग नहीं जाऊँ जी।। दुःख ना जानूँ जी मैं दर्द ना जानूँ जी मैं । ना कोई वैद्य बुलाऊँ जी।। सदगुरु वैद्य मिले अविनाशी। वाको ही नाड़ी बताऊँ जी।। दूजे के संग नहीं जाऊँ जी।। गंगा न जाऊँ जी मैं जमना न जाऊँ जी मैं। ना कोई तीरथ …
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