हरि है कैसा मैं ना जानूमैं तो जानू प्रीतम मेरामैं तो हारी कान्हातू है मेराकान्हा कान्हा…… कान्हा तेरी याद में जीवन गुजर ये जाएजिस दिन भूलूं श्याम तोये दम निकल ही जाए रेवो दिन कभी ना आए,कान्हा कान्हा…… मेरे साथ साथ रहना बनके चाह तूमंजिल से पहले मिलनाबन के राह तूबड़ी दूर है डगरिया खो जाऊं ना सांवरियाले लो मेरी …
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