परिचय : भगतो पर जब भी संकट के बादल मंडराते है,माँ की लाल चुनरिया बच्चो की सिर पर ममता की छाया बनकर ढक लेती है | कुछ ऐसे ही भावो को माँ अपने भगतो के लिए कहना चाहती है | पल्लो चुनरी को गेर,ढक कर राखूं चारूं मेर काई कर लेसी ओ सारो संसार देखले रांखू कालजे में भगतां को …
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हे राम हे राम
हे राम हे राम जाग मे सछो टेयरो नाम तू ही माता तू ही पिता है-2 तू ही तो है, राधा का श्याम हे राम हे राम हे राम हे राम तू अंतर्यामी सबका स्वामी-2 तेरे चर्नो में, चारो धाम हे राम हे राम हे राम हे राम तू ही बिगड़े, तू ही सवरें-2 इस जाग के, सारे काम हे …
Read More »अब जाग मुसाफिर होश मे आ
अब जाग मुसाफिर होश मे आ अब जाग मुसाफिर होश मे आ अब जाग मुसाफिर होश मे आ कुच्छ मोल साँझ इश्स जीवन का कुच्छ मोल साँझ इश्स जीवन का स्वास स्वास पेर कृष्णा भाज ब्रीदा स्वास मत खोए स्वास स्वास पेर कृष्णा भाज ब्रीदा स्वास मत खोए ना जाने या स्वास को आवाँ होये ना हो फिर आवाँ होये …
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अब जाग मुसाफिर होश मे आ अब जाग मुसाफिर होश मे आ अब जाग मुसाफिर होश मे आ कुच्छ मोल साँझ इश्स जीवन का कुच्छ मोल साँझ इश्स जीवन का स्वास स्वास पेर कृष्णा भाज ब्रीदा स्वास मत खोए स्वास स्वास पेर कृष्णा भाज ब्रीदा स्वास मत खोए ना जाने या स्वास को आवाँ होये ना हो फिर आवाँ होये …
Read More »ये जाग दुख का मेला है
ये जाग दुख का मेला है चाहे बीड़ बहुत अंबार पर उड़ाना टुजे अकेला है ||1|| चतुर शिकारी ने रखा है जाल बिछाकर पग पग पर फस मत जाना भोल से पगले पछताएगा जीवन बार ||2|| लोग मे धने की मत पड़ना बड़े समय केला है चाहे बीड़ बहुत अंबार पर उड़ाना टुजे अकेला है ||3|| जब तक सूरज आसमान …
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