तर्ज-तेरी मेरी कट्टी हो जाएगी(रामावतार शर्मा जी का) धार्मिक उन्माद फैलाना, झगड़ों को और बढ़ाना, है कोई अच्छी बात नहीं भड़काऊ गीतों को गाना, पागल जैसे चिल्लाना, है कोई अच्छी बात नहीं हिन्दू मुस्लिम जब भाई हैं, फिर बोलो कैसी लड़ाई है-(२) दिल में नफरत भड़काना, खुद को ऊँचा बतालाना, है कोई अच्छी बात नहीं जो होगा अल्लाह जाने है, …
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गृहस्थी का मूल म्न्त्र (the key to a successful family)
संत कबीर रोज सत्संग किया करते थे। दूर-दूर से लोग उनकी बात सुनने आते थे। एक दिन सत्संग खत्म होने पर भी एक आदमी बैठा ही रहा। कबीर ने इसका कारण पूछा तो वह बोला, ‘मुझे आपसे कुछ पूछना है। मैं गृहस्थ हूं, घर में सभी लोगों से मेरा झगड़ा होता रहता है। मैं जानना चाहता हूं कि मेरे यहां …
Read More »एक चुटकी ज़हर रोजाना (A pinch of poison daily)
आरती नामक एक युवती का विवाह हुआ और वह अपने पति और सास के साथ अपने ससुराल में रहने लगी। कुछ ही दिनों बाद आरती को आभास होने लगा कि उसकी सास के साथ पटरी नहीं बैठ रही है। सास पुराने ख़यालों की थी और बहू नए विचारों वाली। आरती और उसकी सास का आये दिन झगडा होने लगा। दिन बीते, …
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