जिन्हें देखने को जिए जा रहे हैंवो पर्दे पे पर्दा किए जा रहे हैं,निकल आओ पर्दे से बाँके बिहारी,हमें तेरा पर्दा गवारा नही है| बताओ यों पर्दों में कब तक छिपोगे,तुम्हें मुख से पर्दा हटाना पड़ेगा,मुबारक रहे तुमको मेरी मोहब्बत,तुम्हे सामने मेरे आना पड़ेगा| तुम मेरे पास बैठो तसल्ली न हो,वक्त मेरा भी अच्छा गुजर जायेगा,ये क्या कम है कन्हैया …
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