कान्हा रे तू तो मुझको जाने तू तो सब कुछ जाने मैं तो नाचूंगी मैं तो गाऊँगी तेरी मुरली की धुन सुन नाचूंगी तेरी मुरली की धुन सुन गाऊँगी मैं तो नाचूंगी तन और मन के भक्ति योग से मैं बनी संवरिया तन और मन के कर्म योग से मैं बनी बंसुरिया कान्हा रे तू चाहे तो बजा ले कान्हा …
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दूजा नाहीं मन भायो
जब से तोरे संग नेहा लागे कान्हा दूजा नाहिं मन भायो दूजा नाहीं मन भायो मनवा मोरा इत उत डोलत इक पल चैन न पाए तोरी प्रीत की डोरी संग बंध इत उत जा ना पाए चरणों में मुझे ले लो प्रभुजी अब ना भटका जाए आ जा रे मोरे कान्हा आ जा रे (३) दोउ नैना बाट निहारे तोरी …
Read More »बोल कान्हा बोल ग़लत काम कैसे हो गया
बोल कान्हा बोल ग़लत काम कैसे हो गया, बिना सदी किए राधेश्याम कैसे हो गया, सट्तभामा रुक्मिणी जैसी लुगाई, राधे के साथ कैसी जोड़ी बनाई, बोल कान्हा बोल तू नादान कैसे हो गया, सट्तभामा रुक्मिणी जैसी लुगाई, राधे के साथ कैसी जोड़ी बनाई, बोल कान्हा बोल तू नादान कैसे हो गया, बोल कान्हा बोल ग़लत काम कैसे हो गया, बिना …
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