कान्हा माखन तुझे खिलाऊ आजा बरसानेदहिया खिलाऊ छाज पिलाऊ आजा बरसानेकान्हा माखन तुझे खिलाऊ आजा बरसाने सांझ डले घर आना किसी को तुम न बतानाग्वालो को संग में न लाओ न घर पे अकेले ही आनापायल झनकाऊ नाचू और गाऊ आजा बरसानेकान्हा माखन तुझे खिलाऊ आजा बरसाने मटकी मंगाई कोरी कोरीउस में है दहियां जमायोलोरी से तेरे लिए ही माखन …
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