खाटू वाले श्याम जी,कमाल हो गया,बंदा तेरा बाबा,मालामाल हो गया,जब चढ़ गई ख़ुमारी,तेरे नाम की,तब परवाह नहीं संसार की,किनते दिन और,बाबा कितने दिन और,आँखों को तरसाओगे,दर्शनों को तरसेंगे,कितने दिन और। देखने को तेरी झाँकी,दिल तरसा जा रहा,भगतों पर तुझे बाबा,तरस ना आ रहा,अरजी पे भक्तों की,करो थोड़ा गौर,किनते दिन और,बाबा कितने दिन और,हमें तरसाओगे,कितने दिन और। ऐसी क्या नाराजगी,जो बोलते …
Read More »