खिवईया बन कर कन्हैया आओनही तो सांसे ये या रही हैबचा लो बन कर के नाव ये माझी ये नैया हिचकोले खा रही है मिली जमाने से मुझको ठोकर सहारा कोई न मिल रहा हैपकड़ लो आ कर के हाथ कान्हा नही तो ये जान जा रही हैखिवईया बन कर कन्हैया आओ है भोज सिर पे गमो का इतना बताने …
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