महादेव गोविंद रानाडे जब मुंबई हाईकोर्ट के जज थे। उन्हें नई-नई भाषाएं सीखने का शौक था। जब उन्हें पता चला कि उनका बारबर दोस्त बहुत अच्छी बांग्ला जानता था। तो उन्होंने उसे गुरु बना दिया। जितनी देर बारबर उनकी हजामत करता वे उससे बांग्ला सीखते। यह देखकर उनकी पत्नी बोलीं औरों को पता चलेगा कि कि हाईकोर्ट के जज …
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कर्तव्य पूरा करना हर व्यक्ति का कर्तव्य है
पूना (महाराष्ट्र) के एक न्यू इंग्लिश हाईस्कूल में समारोह चल रहा था। मुख्य द्वार पर एक स्वयंसेवक नियुक्त था, जिसे यह कर्तव्य दिया गया कि वह हर आने वाले अतिथि का अभिवादन करे। इस कार्यक्रम में उस समय मुख्य अतिथि के रूप में मुख्य न्यायाधीश महादेव गोविंद रानाडे आए। जैस ही वे वहां पहुंचे तो उस स्वयं सेवक ने उन्हें …
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