क्षुद्रबुद्धि दक्ष ने स्वयं सदाशिव से द्रोह करने की हिम्मत की थी। शिव तत्व के ज्ञान से हीन पशु के समान दक्ष को अपनी इस करनी की सजा प्राप्त हुई। मां सती के योगाग्नि में भस्म हो जाने से अतिक्रोधित महादेव के आदेश से वीरभद्र ने दक्ष का यज्ञ नष्ट करके उसका सिर काट दिया। ब्रह्मा, विष्णु सहित देवताओं की …
Read More »Tag Archives: Mahadev
शिव और सती
सिव सम को रघुपति ब्रतधारी । बिनु अघ तजी सती असि नारी ।। भगवान शिव और माता सती देवी की असीम महिमा बड़े ही सुंदर ढंग से प्रतिपादित की है । भगवान शिव के लिए है क्योंकि संसार में सब धर्मों का सार, सब तत्त्वों का निचोड़ भगवत्प्रेम ही निश्चय किया गया है । भगवान परब्रह्म में दृढ़ निष्ठा …
Read More »कैसे करें महाशिवरात्री की पूजा
यह व्रत फाल्गुन कृष्ण चतुर्दशी को किया जाता है । इसको प्रतिवर्ष करने से यह ‘नित्य’ और किसी कामनापूर्वक करने से ‘काम्य’ होता है । प्रतिपदादि तिथियों के अग्नि आदि अधिपति होते हैं । जिस तिथि का जो स्वामी हो उसका उस तिथि में अर्चन करना अतिशय उत्तम होता है । चतुर्दशी के स्वामी शिव हैं (अथवा शिव की तिथि …
Read More »क्यों मनाते हैं महाशिवरात्रि ?
इस व्रत की दो कथाएं है । एक का सारांश यह है कि एक बार एक धनवान मनुष्य कुसंगवश शिवरात्रि के दिन पूजन करती हुई किसी स्त्री का आभूषण चुरा लेने के अपराध में मार डाला गया, किंतु चोरी की ताक में वह आठ प्रहर भूखा – प्यासा और जागता रहा था, इस कारण स्वत: व्रत हो जाने से …
Read More »जहाँ जहाँ गुरु चरण धरे
वहाँ वहाँ मेरे दिल भिच जाए ऐसा रंग चढ़े गुरुदेव दिया कोई रंग चाड ना पाए तेरे सिबा कोई नाम नहीं तेरे सिबा कोई ध्यार नहीं तेरे सिबा कोई चाहत नहीं तेरे सिबा कोई लक्ष्या नहीं चाहे राम कहो घनश्याम कहो गुरु नाम से कोई प्यारे नहीं चाहे कृष्णा कहो सियाराम कहो सियाराम कहो महादेव कहो गुरु नाम से कोई …
Read More »सौभाग्य सुंदरी व्रत
सौभाग्य सुंदरी व्रत सुहागिन स्त्रियों का त्यौहार है। यह व्रत सौभाग्य की कामना और संतान सुख की प्राप्ति के लिए किया जाता है। यह व्रत सौभाग्यवती स्त्रियों के लिए अखण्ड सौभाग्य का वरदान होता है और उन्हें संतान का सुख देना वाला होता है। सौभाग्य सुंदरी तीज व्रत का महात्यम शास्त्रों में सुहाग का पर्व करवा चौथ के समान बताया …
Read More »