यह कहानी है अंधबिश्वास की, अंधजलान की। एक नगर में एक शेठ के यहाँ धोबी आया करता था। लेकिन कुछ दिन तक वह धोबी शेठ के पास नहीं आया। और थोड़े दिन बाद जब वह धोबी उस शेठ के पास आया तो शेठ ने पूछा, “तुम इतने दिन कहाँ चले गए थे।” तो धोबी ने कहा, “तुमको पता नहीं! महाराज …
Read More »Tag Archives: maharaja
विवेकानंद कहते थे – बंदरों की तरह होती हैं कठिनाइयां
घटना तब की है जब स्वामी विवेकानंद वृंदावन में थे। सड़क पर चल रहे थे। कुछ लाल मुंह के बंदर उनके पीछे पड़ गए। स्वामीजी भागने लगे। बंदर भी उन पर तेजी से आक्रमण करने लगे। तभी एक समझदार व्यक्ति ने कहा, भागो मत। इनके सामने डट कर खड़े रह जाओ। मुकाबला करो। स्वामीजी ने वैसा ही किया और बंदर …
Read More »इंसान में होते हैं अवगुण, ऐसे करें पहचान
एक संत से एक बार एक व्यक्ति मिलने आया। उसने कहा, ‘महाराज मैं बहुत पापी व्यक्ति हूं। मुझे उपदेश दीजिए।’ संत ने कहा, अच्छा एक काम करो जो तुमको अपने से पापी, ‘तुच्छ और बेकार वस्तु लगे उसे मेरे पास लेकर आओ।’ उस व्यक्ति को सबसे पहले श्वान मिला। लेकिन संत द्वारा बताए गुण उसमें नहीं थे। वह स्वामीभक्त और …
Read More »महात्मा की कृपा
पुण्यभूमि आर्यावर्त के सौराष्ट्र – प्रांत में जीर्णदुर्ग नामक एक अत्यंत प्राचीन ऐतिहासिक नगर है, जिसे आजकल जूनागढ़ कहते हैं । भक्तप्रवर श्रीनरसिंह मेहता का जन्म लगभग सं0 1470 में इसी जूनागढ़ में एक प्रतिष्ठित नागर ब्राह्मण परिवार में हुआ था । उनके पिता का नाम था कृष्णदामोदर दास तथा माता का नाम लक्ष्मी गौरी । उनके एक और बड़े …
Read More »श्रीहरि भक्ति सुगम और सुखदायी है
भोजन करिअ तृपिति हित लागी । जिमि सो असन पचवै जठरागी ।। असि हरि भगति सुगम सुखदाई । को अस मूढ़ न जाहि सोहाई ।। भाव यह कि भगवद्भक्ति मुंह में कौर ग्रहण करने के समान ही सुगम है – ‘भोजन करिअ तृपिति हित लागी ।’ वैसे ही वह सुखदायी भी है – ‘जिमि सो असन पचवै जठरागी ।।’ जिस …
Read More »भक्त हनुमान
हनुमान जी महाराज भगवान के परम भक्त थे । उनमें तीन बात विशेष थी – 1. भगवान के चरणों में रहते थे । भगवान को छोड़कर एक क्षण भी अलग नहीं होना चाहते थे । जब भगवान की आज्ञा होती थी, तभी भगवान की आज्ञा पालन के लिये चरणों से अलग होते थे । 2. जब भगवान की आज्ञा हो …
Read More »चाकर राख ले सावरिया, टेयरो भोथ बडो दरबार
चाकर राख ले सावरिया, टेयरो भोथ बडो दरबार, भोथ बडो दरबार टेयरो, भोथ बडो दरबार, चाकर राख ले, चाकर राख ले सावरिया, टेयरो भोथ बडो दरबार, भोथ बडो दरबार टेयरो, भोथ बडो दरबार, चाकर राख ले, पूरब पश्हिं उत्तर दक्षिण, दाशो दिशा मेी राज टेयरो, राजा और महाराजा तेरे, आयेज है लाचार, पूरब पश्हिं उत्तर दक्षिण, दाशो दिशा मेी राज …
Read More »