मैं नन्दलाल ना भुलाउंगी राणा मारो या छोड़ो,मारो या छोड़ो राणा मारो या छोड़ो,श्याम का नाम ना भुलाउँगी… पहला प्याला जहर का जो आया,पहला प्याला जहर का जो आया,अमृत समझ मैंने कंठ लगाया,अमृत समझ मैंने कंठ लगाया,कैसे यूँ ही मर जाउंगी,राणा मारो या छोड़ो,मैं नन्दलाल ना भुलाउँगी… दूजा पिटारा जो नागो का आया,शालिग्राम जी का दर्शन पाया,ऐसी झांकी कहाँ पाऊँगी,राणा …
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