मैं तो वृंदावन को जाऊ सखी मेरे नैना लगे बिहारी से घर में खाऊ रूखी सूखी,मोहे माखन मिले बिहारी से,मेरे नैना लगे बिहारी से घर में पेहनू फटे पुराने,मोहे रेशम मिले बिहारी सेमेरे नैना लगे बिहारी से घर में सास नंनदियाँ लड़े हैं,मोहे आनंद मिले बिहारी सेमेरे नैना लगे बिहारी से घर में होए नित कीच कीच बाजी,मोहे आनंद मिले …
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