मेहरा वालिए माईए बूहे मन्दिराँ दे खोल । ज्योता वालिये माईए बूहे मन्दिराँ दे खोल ॥ झण्ड़ेया वालिए द्वार तेरे लाल ने झंडे झुलदे, जो वी दर ते झुक जाए माँ उस दे नसीब खुल्दे । उस दे नसीब खुल्दे, वजदे खुशिया दे ढोल, मेहरा वालिए माईए बूहे मन्दिराँ दे खोल ॥ श्रद्धा ले के द्वार तेरे ते संगता भीड़ा …
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