जब पढ़ जाता मैं तन्हा दिल मेरा गबराए,तेरे नाम की श्याम प्रभु मुझको हिचकी आये,बाते दिल की मेरी सब तुझे है पताहो मेरे संवारे सुनो जराबन के रेहना मेरे यु ही तुमओ मेरे संवारे सुनो जरा रंग बदलती दुनिया का है दस्तूर अनोखा,कब मिल जाए अपनों से हम को याहा पे धोखारूठ जाए ये जग तुम न होना खफाहो मेरे …
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