काया शुद्ध होत जब ब्रजरज उड़ंग लगेमाया शुद्ध होत कृष्ण नाम पर लुटाए तेशुद्ध होत कान कथा कीर्तन श्रवण किएनयन शुद्ध होत दर्ज युगल छवि पाए केहाथ शुद्ध होत या ठाकुर की सेवा केपांव शुद्ध होत धाम वृंदावन जाए केमस्तक शुद्ध होत या श्री पति के चरण धरेरसना शुद्ध होत श्यामा श्याम गुण गाए के मेरी जुबान पे श्याम का …
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