मीठी बंसी ब्जादे घनश्याम,प्यारी मुरली सुना दे घनश्यामजिया धीर न धरे मनवा वैरी है रे,आके धीर बंधा दे घनश्याममीठी बंसी ब्जादे घनश्याम…… बंसी बिना सुने रात अँधेरी,चंदा बिना जैसे व्याकुल चकोरीकोई यत्न करा दे घनश्याम,मीठी बंसी ब्जादे घनश्याम……. कैसे कहू टोरी बंसी की बतियाँ,कामड़ काली है इस की सूरतियाँअधर धरो घनश्याममीठी बंसी ब्जादे घनश्याम….. कोयल बिना जैसे सुनी हो बगियाँ,धारा …
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