रख लेना तुम रख सकते होहम निर्धन से पर्दामोहन छवि प्यारी का दर्श करू मन करता श्याम रूप तेरा मन को भाये देखू न तो चैन न आयेअधरों पर मुरली रख कर जो रस कानो में भरतामोहन छवि प्यारी का दर्श करू मन करता नैना तेरे है मत वालेकानो में है कुंडल डाले,सारी श्रृष्टि का प्रभु मेरे तू पालन है …
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