एक बहुत धनी व्यापारी था। उसने बहुत धन संपत्ति इकट्ठा कर रखी थी। उसका एक नौकर था संभु। जो अपने वेतन का एक बड़ा हिस्सा गरीबों की मदद में खर्च कर देता था। व्यापारी रोज उसे धन बचाने की शिक्षा देता। लेकिन संभु पर कोई असर नहीं होता था। इससे तंग आकर एक दिन व्यापारी ने संभु को एक डंडा …
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मूर्तिप्रेम!!
एक राजा था। उसको मूर्तियों का बहुत शौक था। उसके राजमहल में बेहतरीन कारीगरों की बनाई बहुत सारी मूर्तिया थीं। लेकिन उनमें से तीन मूर्तियां राजा को बहुत प्रिय थीं। क्योंकि वे मूर्तिकला की उत्कृष्टतम कृतियाँ थीं। मूर्तियों की देखभाल के लिए उसने एक सेवक को रखा था। एक दिन मूर्तियों की सफाई करते समय उन तीन मूर्तियों में से …
Read More »हिम्मत का बल!!
यह उन दिनों की बात है जब पंजाब पर सिख महाराजा रणजीत सिंह का राज्य था। वे महाप्रतापी, शूरवीर और धर्मपालक थे। उनकी वीरता के चर्चे दूर दूर तक थे। आततायी और दुष्ट लोग लोग उनका नाम सुनकर भयभीत हो जाते थे। उनके राज्य की सीमा अफगानिस्तान से लगती थी। उस समय पूरा पाकिस्तान पंजाब प्रांत में ही आता था। …
Read More »सच्चा शिक्षक!!
शहर के प्राथमिक विद्यालय में एक शिक्षिका थीं। उनका नाम मिस मंजू था। वह प्रतिदिन क्लास में घुसते ही मुस्कुराकर सभी बच्चों से बोलती थीं- आई लव यू आल। जबकि वह जानती थीं कि वे झूठ बोल रही थीं। कक्षा में एक बच्चा था। जिसे वे बिल्कुल प्यार नहीं करती थीं। उसके व्यवहार और रहन सहन ने उनके मन में …
Read More »सच्चा दान!!
महाभारत युद्ध की समाप्ति के बाद महाराज युधिष्ठिर ने एक महान अश्वमेध यज्ञ किया। जिसे सर्वश्रेष्ठ ब्राह्मणों द्वारा पूर्ण वैदिक विधि-विधान से संपन्न किया गया। उस यज्ञ में धर्मात्मा युधिष्ठिर ने समस्त ब्राह्मणों एवं याचकों को पूर्णतः संतुष्ट किया। युधिष्ठिर द्वारा उस यज्ञ में किये गए दान की चर्चा समस्त भूलोक में छा गयी। सर्वत्र पांडवों की प्रशंसा के स्वर …
Read More »सबसे गहरा दलदल !!
किसी नगर में एक राजा राज्य करता था। वह न्यायप्रिय, विद्वान एवं अत्यंत बुद्धिमान था। उसका एक मंत्री था, जो बहुत ही लोभी तथा धैर्यहीन था। राजा ने उसे सुधारने का निश्चय किया। उसने मंत्री को बुलाकर कहा, “मंत्रीजी, मेरे राज्य में सबसे गहरा दलदल कौन सा है इसका पता लगाइये ? आपके पास एक माह का समय है। यदि …
Read More »आपस का बैर!!
एक घना जंगल था। जिसमें छोटे बड़े सभी तरह के जानवर रहते थे। जंगल के बीचोबीच एक बड़ा तालाब था। जिसपर सारे जानवर पानी पीने आते थे। सबका पानी पीने का समय तय था। प्रायः सुबह-सुबह छोटे जानवर पानी पीने आते थे। जबकि शाम के समय हाथी, भालू, आदि बड़े जानवर पानी पीने आते थे। दोपहर के समय जंगल का …
Read More »सलीका!!
पंजाब के महाराणा रणजीतसिंह के नाम से कौन परिचित नहीं है ? वे बड़े प्रतापी और शूरवीर राजा थे। उनकी वीरता इतिहास के पन्नों में अंकित है। वे बड़े नियमनिष्ठ, धार्मिक, प्रजापालक एवं दुष्टों के लिए बेहद कठोर थे। साथ ही सज्जनों के लिए बड़े ही मृदुल और विनम्र भी थे। एक बार वे अपने किले के सम्मन बुर्ज में …
Read More »मधुर व्यवहार!!
सम्भल राज्य का राजा बहुत ही धार्मिक और प्रजापालक था। उसके राज्य में बड़ी सुख शांति थी। राजा अपने प्रजा की देखभाल पुत्र की भाँति करता था।उसके राज्य में न तो अपराध होते थे न ही कोई गरीब था। राजा की कीर्ति दूर दूर तक फैली थी। एक रात राजा अपने राजमहल में सो रहा था। रात्रि के अंतिम पहर …
Read More »राष्ट्रधर्म!!
यह बात सन 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम की है। उत्तर प्रदेश के रायबरेली जनपद में सलोन तहसील है। वहां पर एक अंग्रेज अधिकारी की नियुक्ति थी। पूरे भारत की तरह सलोन में भी क्रांतिकारियों ने अंग्रेजों के खिलाफ मोर्चा खोल रखा था। जब अंग्रेज अधिकारी को अपने और परिवार के जीवन पर संकट नजर आने लगा। तब उसने लखनऊ …
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