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Tag Archives: Moral story in Hindi

अकबर बीरबल की कहानी: बिना काटे लकड़ी का टूकड़ा छोटा कैसे होगा!!

bina kaate lakadee ka tookada chhota kaise hoga

बादशाह अकबर अक्सर कई समस्याओें पर बीरबल के साथ चर्चा किया करते थे और साथ ही उनकी बुद्धि की परीक्षा भी लिया करते थे। वहीं, बीरबल भी हर समस्या का समाधान बड़े ही रोचक तरीके से करते थे। एक बार की बात है महाराज अकबर और बीरबल दोनों शाही बगीचे में टहल रहे थे। दोनों के बीच किसी गंभीर मुद्दे …

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विक्रम बेताल की इक्कीसवीं कहानी: सबसे ज्यादा प्रेम में अंधा कौन था!!

vikram betaal kee ikkeesaveen kahaanee

सम्राट विक्रमादित्य ने योगी को दिए वचन को पूरा करने के लिए एक बार फिर बेताल को पेड़ से उतारकर अपने कंधे पर बैठा दिया। इसके बाद वह योगी के पास चल दिए। रास्ता तय करने के लिए बेताल ने एक नई कहानी शुरू की। बेताल बोला… बहुत समय पहले की बात है। विशाला नाम के राज्य में पदमनाभ नाम …

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शेखचिल्ली की कहानी : ख्याली जलेबी!!

shekhachillee kee kahaanee

एक बार एक बुजुर्ग महिला किसी काम से कहीं जा रही थी। तभी सड़क पार करते हुए एक वाहन से उसकी टक्कर हो गई। गाड़ी के टकराने से महिला बेहोश होकर नीचे गिर गई और वाहन चालक मौके से फरार हो गया। दुर्घटना का पता चलते ही आसपास के लोग तुरंत बुजुर्ग महिला के पास पहुंचे और उसे होश में …

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शेखचिल्ली की कहानी : दूसरी कहानी!!

doosaree kahaanee

अपनी नासमझी की वजह से शेखचिल्ली कई सारी नौकरियों से हाथ धो बैठा था। कुछ समय बाद शेखचिल्ली को अपने पास की ही एक दुकान में काम मिल गया। उसे रोज दुकानदार कुछ सामान दूसरी जगह पर पहुंचाने को कहता था। इसी तरह एक दिन दुकानदार ने शेख को एक नमक की बोरी देकर किसी अन्य गांव पहुंचाने के लिए …

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शेख चिल्ली की कहानी : पहली कहानी!!

shaikh chili story

शेखचिल्ली को एक बार किसी सेठ के घर नौकरी मिल गई। शेख उसके घर के सारे काम कर दिया करता था। सेठ को भी तसल्ली थी कि घर में कोई हाथ बंटाने वाला आ गया है। वो सोचते थे कि अब सारा काम आसानी से हो जाएगा और मुझे किसी चीज की फिक्र भी करनी नहीं पड़ेगी। शेख ने भी …

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सिंहासन बत्तीसी की छठी कहानी – रविभामा पुतली की कथा!!

ravibhaama putalee kee katha

पांचवीं पुतली से महाराज विक्रमादित्य की कहानी सुनकर जैसे ही राजा भोज सिंहासन पर बैठने लगे, तभी उन्हें छठवीं पुतली रविभामा ने रोक लिया। उसने राजा से पूछा कि क्या सच में वो इस सिंहासन पर बैठने योग्य हैं। रविभामा ने पूछा, क्या आप में महाराज विक्रमादित्य का वो गुण है, जो उन्हें सिंहासन पर बैठने योग्य बनाता था। जब …

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सिंहासन बत्तीसी की नौवीं कहानी – मधुमालती पुतली की कथा!!

madhumaalatee putalee kee katha

नवें दिन राजा भोज दरबार पहुंचे और विक्रमादित्य के सिंहासन पर बैठने लगे। इस बार उन्हें नवीं पुतली ने सिंहासन पर बैठने से रोक दिया। उसने कहा, “यहां बैठने के लिए तुम्हें राजा विक्रमादित्य जैसा होना पड़ेगा।” इतना कहकर वह विक्रमादित्य के गुणों को बताने के लिए कहानी सुनाने लगी। सालों से शासन करते हुए एक बार राजा विक्रमादित्य के …

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सिंहासन बत्तीसी की दसवीं कहानी – प्रभावती पुतली की कथा!!

prabhaavatee putalee kee katha

दसवें दिन दोबारा राजा भोज सिंहासन पर बैठने के लिए दरबार पहुंचे, तभी दसवीं पुतली प्रभावती ने सिंहासन से निकलकर उन्हें वहां बैठने से रोक दिया। प्रभावती ने कहा कि पहले आप राजा विक्रमादित्य की दयालुता की कथा सुनिए। अगर आप भी विक्रमादित्य जैसे दयालु होंगे, तो सिंहासन पर बैठ जाना। इतना कहने के बाद दसवीं पुतली राजा भोज को …

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अकबर बीरबल की कहानी: धोखेबाज काजी!!

एक बार की बात है, मुगल दरबार में बादशाह अकबर अपने दरबारियों के साथ किसी मुद्दे पर चर्चा कर रहे थे। उसी समय वहां एक किसान अपनी फरियाद लेकर आया और बोला, “महाराज न्याय करो। मुझे इंंसाफ चाहिए।” यह सुनकर बादशाह अकबर बाेले कि क्या हुआ। किसान बोला, “महाराज मैं एक गरीब किसान हूं। कुछ समय पहले मेरी पत्नी का …

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शेखचिल्ली की कहानी : बेगम के पैर!!

यह कहानी उन दिनों की है जब झज्जर शहर महेंद्रगढ़ का ही हिस्सा हुआ करता था। उस दौरान भारत के उत्तर-पश्चिमी क्षेत्र में विदेशियों के हमले हो रहे थे। पानीपत, रोहतक और दिल्ली जैसे शहरों पर खतरा ज्यादा था। उन दिनों नवाब झज्जर में मौजूद बुआवाल तालाब की मरम्मत करवा रहे थे, ताकि मुसीबत के समय रेवाड़ी के लोगों को …

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