ओ रे कन्हिया छोड़ो मोरी बहियाँ,सुबह से हो गई श्याम अब घर जाना हैघर में बहुत है काम अब घर जाना है ओ री राधा गोरी सुन बतियाँ मोरीरुक जा जरा मेरी जान छोड़ो ये बहाना हियाकेहना तू मेरी माँ दिल ये दीवाना है ढूंढेगे घर वाले पूछेगा मोहलाछोड़ के मैं आई रे कान्हा सारा चोंका चुलापनिया भरन को मैं …
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