साजन सखारे जाएँगे, नैन भरेवनगे नोयए विधिना ऐसी रैन कर, भोर कबाहु नही होये चले जाएँगे बिहरिजी, सुनलो अरज हमारी भूल ना जाना, फिर भी बुलाना———2 इतनी बीनती हमरीगी, चले जाएँगे————2 कैसे कहूँ क्या बीट रही है, ओ’मेरे बनके बिहारी, दर का भिखारी बना लो भगवान इतनी सी आस टिहरी, भूल ना जाना, फिर भी बुलाना———2 इतनी बिनटी हमरजी, चले—————–2 …
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