राधे कभी बनेगा तो समजेगा संवारे रोते है क्यों विरहे में ये नैन वन्वारेराधे कभी बनेगा तो समजेगा संवारे तू किसी को दिल से चाहे तेरा दिल वो तोड़ जाए,छलियाँ तुझे भी कोई राहो में छोड़ जाएक्या बीत ती है दिल पे जो प्रीतम दगा करेराधे कभी बनेगा तो समजेगा संवारे चुब्ते है सुल बन कर क्यों फूल पाँव मेंलगता …
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