तेरा हाथ जिसने पकड़ा, वो रहा ना बेसहारा । दरिया में डूब कर भी उसे मिल गया किनारा ॥ आनंद पा लिया है साईं के दर पे आ के, अब क्या करेंगे फिर से दुनिया के पास जा के । समझाया जिन्दगी ने बड़े काम का इशारा ॥ साईं से जो मिला है, कहीं और क्या मिलेगा, यह ऐसा सिलसिला …
Read More »