मुझे अब कोई भी फिकर नहीमेरा संवारा मेरे साथ है,मैं शरण श्याम की आ गयामेरे सिर पे श्याम का हाथ है, गम दूर सारे हो गए मुश्किल की घडिया गुजर गईजब से दया हुई श्याम की खुशियों की कलिया भिखर गईअंधियारी राते ढल चुकी पूनम की अब हर रात हैमुझे अब कोई भी फिकर नही …………. मैंने भोला जीवन नैया …
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