गुरुवार हम भी शरणागत हैं, स्वीकार करो तो जाने । अब हमे पतित से पावन सरकार करो तो जाने ॥ प्रेमी जन तुमको ध्याते, तुम भक्ति भाव वश आते । हम कुटिल हृदय से कलुषित, उपकार करो तो जाने ॥ गुरुवार हम भी… ज्ञानी तुम में तन्मय हैं, ध्यानी भी तुममे लय है । हम अज्ञानी चंचल चित्त, निस्तार करो …
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