ताटका वन में रात बिता कर महायशस्वी विशवामित्र हंसते हुए मीठे स्वर में श्रीरामचन्द्र जी से बोले- ‘महायशस्वी राजकुमार! तुम्हारा कल्याण हो। ताटका वध के कारण मैं तुम पर बहुत संतुष्ट हूं, अतः बड़ी प्रसन्नता के साथ तुम्हें सब प्रकार के अस्त्र दे रहा हूं।’ ‘इनके प्रभाव से तुम अपने शत्रुओं को- चाहे वे देवता, असुर, गन्धर्व अथवा नाग ही …
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नराहरी देवा जनार्धना
केशव नारायन, कनकाम भरा धरी रामा रामा रामा, श्री रघु रामा रामा राम…(2) पनगा भूषना, पठिता पावन कना तंरी ओ, करुना सागर रामा रामा रामा, श्री रघु रामा रामा राम…(2) पंकजा लोचना, पऱम ढायलू शंकारा सननूता, सर्वेश्वरा हरी रामा रामा रामा, श्री रघु रामा रामा राम…(2) बनू कुलेषा, भावा भाया नशा बसुरा हसा,बद्रा गिरिशा रामा रामा रामा, श्री रघु रामा …
Read More »बोले बोले हनुमान बोलो भक्तो सिया राम
बोले बोले हनुमान बोलो भक्तो सिया राम श्री राम के चर्नो मे बनते बिगड़े काम श्री राम के चर्नो मे बनते बिगड़े काम बोले बोले हनुमान बोलो भक्तो सिया राम बोले बोले हनुमान बोलो भक्तो सिया राम उसकी शोभा है विष्णु मे उसकी शोभा है मोहन सी उसकी शोभा है विष्णु मे उसकी शोभा है मोहन सी तुलसी ने जब …
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