श्रितकमलाकुचमण्डल धृतकुण्डल ए।कलितललितवनमाल जय जय देव हरे॥ दिनमणिमण्डलमण्डन भवखण्डन ए। मुनिजनमानसहंस जय जय देव हरे ॥ कालियविषधरगंजन जनरंजन ए।यदुकुलनलिनदिनेश जय जय देव हरे ॥ मधुमुरनरकविनाशन गरुडासन ए।सुरकुलकेलिनिदान जय जय देव हरे ॥ अमलकमलदललोचन भवमोचन ए।त्रिभुवनभवननिधान जय जय देव हरे ॥ जनकसुताकृतभूषण जितदूषण ए।समरशमितदशकण्ठ जय जय देव हरे ॥ अभिनवजलधरसुन्दर धृतमन्दर ए।श्रीमुखचन्द्रचकोर जय जय देव हरे ॥ तव चरणे प्रणता वयमिति …
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