नैनं को तीर चलाए गयो री मेरो कान्हा बंसी वालोमेरो कान्हा बंसी वालो मेरो मोहन मुरली वालोअरे नैनं को तीर चलाए गयो री मेरो कान्हा बंसी वालो चोट मार के घूँघट पट में घूँघट पट में इक मिनट मेंमेरे दिल की बीच समाये गेयो री कान्हा बंसी वालोनैनं को तीर चलाए गयो री मेरो कान्हा बंसी वालो मीठी मीठी तान …
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माखन की मटकी फोड़े ये तेरो नंदलाल
माखन की मटकी फोड़े ये तेरो नंदलालयशोदा म्हाने छेड़े ये तेरो नंदलालमाखन की मटकी फोड़े ये तेरो नंदलालयशोदा ओगणगारो ये तेरो नंदलालमाखन की मटकी फोड़े ये तेरो नंदलाल ग्वाल बाल ने संग में ल्यावेगेला में आ उधम मचावेमेरी नरम कलाई मोड ये तेरो नंदलालमाखन की मटकी फोड़े ये तेरो नंदलालयशोदा ओगणगारो ये तेरो नंदलालमाखन की मटकी फोड़े ये तेरो नंदलाल …
Read More »ओ चरणा में रम जाउ थारा चरणा
ओ चरणा में रम जाउ थारा चरणाचरणा में रम जाउ श्याम थारा चरणा रम जाउके म्हारा ओ गिरधरओ म्हारा सांवरा रे थारा चरणा में रम जाउ थे कहो तो साँवरिया मैं मोर मुकुट बन जाउमोर मुकुट बन जाउ थारो मोर मुकुट बन जाउमोर मुकुट बन जाउ के थारा सिर माही रम जाउके म्हारा ओ गिरधरओ म्हारा सांवरा रे थारा चरणा …
Read More »सांझ सवेरे संवारे मेरे कान्हा कान्हा गाती हु
सांझ सवेरे संवारे मेरे कान्हा कान्हा गाती हु,सच कहती हु संवारे मेरे मन की शांति पाती हुसांझ सवेरे संवारे मेरे कान्हा कान्हा गाती हु, मैंने तुझसे प्रीत लगा ली हैतेरी बांसुरी मन में रमा ली हैमिल जाए प्रेम तुम्हारा मोहन बस इतना ही चाहती हुसांझ सवेरे संवारे मेरे कान्हा कान्हा गाती हु, मेरी रूह में तुम्ही समाये होमेरे रोम रोम …
Read More »मैं तो अपने मोहन की प्यारी साजन मेरो गिरधारी
मैं तो अपने मोहन की प्यारी साजन मेरो गिरधारी, कौन रूप कौन रंग अंग शोभा काहू सखी,काबू न देखि शवि वो निराली है,तन मन धन वारी संवारी सूरत वारी,माधुरी मूरत तीनो लोक से प्यारी है,मुकुट लटक थारो लगे मत वालो है,तेन सेन बेन जग उझारो है,एसो है मेरो गिरधारी,मैं तो अपने मोहन…………. आके माथे पे मुक्त देख चंद्रिका चटक देख,तेरी …
Read More »भजो भजो गोपाल
भजो भजो गोपाल,देखो प्रकट भये नंदलाला,देखो प्रकट भये नंदलाला,भजो भजो गोपाल, बृज में,प्रकट भये नंदलाला,देखो प्रकट भये नंदलाला,बाल रूप में आया देखो,जग का पालनहारा,भजो भजो गोपाल, बृज में,प्रकट भये नंदलाला,देखो प्रकट भये नंदलाला। मोटे मोटे नैन हैं,उनपर काजल डारे,अधरों पे है बाँसुरी,केश हैं घूँघर वारे,मोर मुकुट माथे पर साजे,गल वैजयंती माला,भजो भजो गोपाल, बृज में,प्रकट भये नंदलाला,देखो प्रकट भये नंदलाला। …
Read More »प्रेम जगत में सार
कहा घनश्याम, उधौ से वृन्दावन जरा जाना,वहाँ की गोपियों को ज्ञान, का कुछ तत्व समझाना,विरह की वेदना में वे सदा बेचैन रहती हैं,तड़पकर आँह भर कर और, रो रोकर ये कहती हैं,प्रेम जगत में सार और कुछ सार नहीं है,कहा घनश्याम, उधौ से वृन्दावन जरा जाना,वहाँ की गोपियों को ज्ञान, का कुछ तत्व समझाना। कहा उधौ ने हँसकर, अभी जाता …
Read More »भजन बिना कोई न जागै रे
भजन बिना कोई न जागै रे, लगन बिना कोई न जागै रैतेरा जनम जनम का पाप करेड़ा, रंग किस बिध लागे रै, संता की संगत करी कोनी भँवरा, भरम कैयाँ भागै रैराम नाम की सार कोनी जाणै, बाताँ मे आगै रै, या संसार काल वाली गीन्डी,टोरा लागे रै,गुरु गम चोट सही कोनी जावै, पगाँ ने लागे रै, सत सुमिरण का …
Read More »ऐसी मुरली बजा गया कान्हा
ऐसी मुरली बजा गया कान्हाँ,ऐसी मुरली बजा गया कान्हा,चैन दिल का चुरा गया कान्हा,ऐसी मुरली बजा गया कान्हा….. मैं तो पनघट पर पनिया भरन गई,मैं तो पनघट पर पनिया भरन गई,नाम ले ले बुला गया, कान्हां,ऐसी मुरली बजा गया कान्हा। छुप के बैठा कहाँ बंसी वाला,छुप के बैठा कहाँ बंसी वाला,कैसा जादू चला गया कान्हा,ऐसी मुरली बजा गया कान्हा। मैं …
Read More »कृष्ण गोवर्धनधारि हरे
कृष्ण गोवर्धन धारि हरे,जय मुरमर्दन मुरारि हरे, गोकुल कृत गोचारण ये,ब्रह्मा के भ्रम कारण हेमहेन्द्र महामद हारण हेजन-पशु-त्रास निवारण हेनन्द सुवन सुख कारण हेमोहन मुरली प्यारि धरे।। कृष्ण० जय नररूप नरायन हे,जग-हित गीता गायन हेजय सुख सौख्य प्रदायन हेभक्ति देहि अनपायन हेमति रत पाप परायन येचक्र सुदर्शन धारि हरे, कृष्ण० जय यदुवंश विभूषण हेकंस विमर्दन भूषण ये,जय हरि वाग-विभूषण हेहर …
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