श्याम तेरे हाथों में हमारी डोर है,तेरे सिवा जग में ना कोई और है,ना कोई और है,ना कोई ठौर है,श्याम तेरे हाथो में हमारी डोर है,तेरे सिवा जग में ना कोई और है….. तेरी कबसे राह देखूं साँवरे प्रीतम,आजा हरले पीर मेरी काट सारे गम,तू ही उगता सूरज तू ही भोर है,तेरे सिवा जग में ना कोई और है,श्याम तेरे …
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