हमारे यहाँ तीर्थ यात्रा का बहुत ही महत्त्व है। पहले के समय यात्रा में जाना बहुत कठिन था। पैदल या तो बैल गाड़ी में यात्रा की जाती थी। थोड़े थोड़े अंतर पे रुकना होता था। विविध प्रकार के लोगो से मिलना होता था, समाज का दर्शन होता था। विविध बोली और विविध रीति-रीवाज से परिचय होता था। कंई कठिनाईओ से गुजरना पड़ता, कंई अनुभव …
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स्वामी जी का उपदेश
एक बार समर्थ स्वामी रामदासजी भिक्षा माँगते हुए एक घर के सामने खड़े हुए और उन्होंने आवाज लगायी “जय जय रघुवीर समर्थ !” घर से महिला बाहर आयी। उसने उनकी झोलीमे भिक्षा डाली और कहा, “महात्माजी, कोई उपदेश दीजिए !” स्वामीजी बोले, “आज नहीं, कल दूँगा।” दूसरे दिन स्वामीजी ने पुन: उस घर के सामने आवाज दी – “जय जय रघुवीर समर्थ !”उस घर …
Read More »गुब्बारे वाला
एक आदमी गुब्बारे बेच कर जीवन-यापन करता था. वह गाँव के आस-पास लगने वाली हाटों में जाता और गुब्बारे बेचता . बच्चों को लुभाने के लिए वह तरह-तरह के गुब्बारे रखता …लाल, पीले ,हरे, नीले…. और जब कभी उसे लगता की बिक्री कम हो रही है वह झट से एक गुब्बारा हवा में छोड़ देता, जिसे उड़ता देखकर बच्चे खुश हो …
Read More »मंदिर का पुजारी
एक बार की बात है कि एक समृद्ध व्यापारी , जो सदैव अपने गुरू से परामर्श करके कुछ न कुछ सुकर्म किया करता था, गुरु से बोला-“गुरुदेव, धनार्जन हेतु मैं अपना गाँव पीछे ज़रूर छोड़ आया हूँ, पर हर समय मुझे लगता रहता है कि वहाँ पर एक ऐसा देवालय बनाया जाये जिसमें देवपूजन के साथ-साथ भोजन की भी व्यवस्था हो,अच्छे संस्कारों से …
Read More »जिंदगी आपको हर चीज़ वापस लौटाती है ,(Life returns everything)
एक पिता अपने बेटे के साथ पहाड़ों की सैर पर निकला। अचानक बेटा गिर गया। चोट लगने पर उसके मुंह से निकला , ‘ आह !!!’ तुरंत पहाड़ों में से कहीं – से आवाज आई – ‘ आह !!!’ बेटा अचरज में रह गया। उसने फौरन पूछा – तुम कौन हो ? सामने से वही सवाल आया , ‘ तुम …
Read More »जीवन का आनंद लेने के लिये कल का इंतजार करने की आवश्यकता नहीं
एक बार एक मछुआरा समुद्र किनारे आराम से छांव में बैठकर शांति से बीडी पी रहा था। अचानक एक बिजनैसमैन वहाँ से गुजरा और उसने मछुआरे से पूछा “तुम काम करने के बजाय आराम क्यों फरमा रहे हो?” इस पर गरीब मछुआरे ने कहा “मै आज के लिये पर्याप्त मछलियाँ पकड चुका हूँ ।” यह सुनकर बिज़नेसमैन गुस्से में आकर …
Read More »अच्छाई से क्यूँ बाज़ आऊं ? (why hawk from goodness)
एक बार हजरत बायेजीद बुस्तामी अपने कुछ दोस्तों के साथ दरिया के किनारे बेठे थे, उनकी नज़र एक बिच्छू पर पड़ी जो पानी में डूब रहा था. हजरत ने उसे डूबने से बचाने के लिए पकड़ा तो उसने डंक मार दिया. कुछ देर बाद वो दोबारा पानी में जा गिरा , इस बार फिर हज़रत उसे बचने के लिए आगे …
Read More »Be humble, love and respect those around you (विनम्र बनो , प्रेम करो और अपने आस-पास के लोगों का आदर करो )
Valuing relations…………. John worked at a meat distribution factory. One day, when he finished with his work schedule, he went into the meat cold room (Freezer) to inspect something but in a moment of bad luck, the door closed and he was locked inside with no help in sight. Although he screamed and knocked with all his might, his cries …
Read More »सलाह लें ,पर संभल कर (take advice but be careful)
मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है. जो की लोगो के समूह के बीच मे रहता है ,इस समूह मे कई तरह के रिश्तो को वो निभाता है ! कुछ रिश्ते निस्स्वार्थ होते है ,जबकि अधिकतर रिश्तो की नीव स्वार्थ पर टिकी होती है! हम जो professional relation बनाते हैं, वो अधिकतर आदान प्रदान या यो कहें एक से दूसरे को ,और …
Read More »वे उस रूप में हमें प्राप्त नहीं होते जिस रूप में हम उनकी आशा करते हैं (we can’t see god in our expected form)
एक बार एक युवक अपनी कॉलेज की पढ़ाई पूरी करने वाला था।उसकी बहुत दिनों से एक शोरूम में रखी स्पोर्टस कार लेने की इच्छा थी। उसने अपने पिता से कॉलेज की पढ़ाई पूरी होने पर उपहारस्वरूप वह कार लेने की बात कही क्योंकि वह जानता था कि उसके पिता उसकी इच्छा पूरी करने में समर्थ हैं।कॉलेज के आखिरी दिन उसके …
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