wish4me.com Ram ka sumiran Bada sukhdayee Jug ke palak hein raghurayee Ram sharan mein milta sahara Doob rahay jo milta kinara Ram ki mahima kaise sunaun Ram ki leela samajh na paun Ram se lagan lagai……… Ram ka sumiran bada sukhdayee Ram ke rang mein khud ko rangaun Jidhar bhi dekhun ram hi paun Tan man mein jab ram baday …
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दु:ख में सुमिरन सब करै सुख में करै न कोय|
दु:ख में सुमिरन सब करै, सुख में करै न कोय |दु:ख में सुमिरन सब करै, सुख में करै न कोय | दु:ख में सुमिरन सब करै, सुख में करै न कोय | जो सुख में सुमिरन करै, दु:ख काहे को होय कबीर, दु:ख काहे को होय ॥ दु:ख में सुमिरन सब करै, सुख में करै न कोय | दु:ख में …
Read More »मंगल मुरति राम दुलारे आन पड़ा अब तेरे द्वारे
मंगल मुरति राम दुलारे, आन पड़ा अब तेरे द्वारे | हे बजरंगबली हनुमान , हे महावीर करो कल्याण || तीनो लोक तेरा उज्यारा, दुखिओं का तूने काज सावरा | हे जगवंदन, केसरी नंदन , कष्ट हरो हे कृपा निधन || तेरे द्वारे जो भी आया, खली नहीं कोई लोटाया | दुर्गम काज बनावन हारे, मंगलमय दीजो वरदान || तेरा सुमिरन …
Read More »मन की आखों से मै देखूँ रूप सदा सियाराम का
दोहा : किस काम के यह हीरे मोती, जिस मे ना दिखे मेरे राम | राम नहीं तो मेरे लिए है व्यर्थ स्वर्ग का धाम || मन की आखों से मै देखूँ रूप सदा सियाराम का | कभी ना सूना ना रहता आसन मेरे मन के धाम का || राम चरण की धुल मिले तो तर जाये संसारी | दो …
Read More »नाम जपन क्यों छोड़ दिया
नाम जपन क्यों छोड़ दिया क्रोध न छोड़ा झूठ न छोड़ा सत्य बचन क्यों छोड दिया झूठे जग में दिल ललचा कर असल वतन क्यों छोड दिया कौड़ी को तो खूब सम्भाला लाल रतन क्यों छोड दिया जिन सुमिरन से अति सुख पावे तिन सुमिरन क्यों छोड़ दिया खालस इक भगवान भरोसे तन मन धन क्यों ना छोड़ दिया नाम …
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