सुन मेरे कान्हा,ज़रा ये बताना, खफा हमसे तू क्यूँ हो गया, जमुना पे आना,बांसुरी सुनाना, बता दे कहाँ तू खो गया, ओ मानजा नही तो तुम्हे,मैया की कसम, सुन मेरें कान्हा,ज़रा ये बताना, खफा हमसे तू क्यूँ हो गया।। हद तोड़ दी थी तुमने ही सारी,बता करती क्या सखिया बेचारी, चुपके से मार कंकर गगरीया फोड़ना,पीछे से खींच …
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