तेरी बँसी की धुन सुनने,मैं वृन्दावन को आई हूँ lमैं वृन्दावन को आई हूँ,मैं बरसाने से आई हूँ lतेरी बँसी की धुन सुनने,मैं वृन्दावन को आई हूँ l सुना है श्याम जी प्यारे,“कि तुम माखन चुराते हो” l तुम्हें माखन खिलाने को lमैं मटकी साथ लाई हूँ,तेरी बँसी की,,,,,,,,,,,,,,,,,,,, सुना है श्याम जी प्यारे,“कि तुम गईयाँ चराते हो” lतेरी गईयाँ …
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