तेरी नईया भवर में पड़ीनाम जपले घडी दो घड़ी झूठी माया का पर्दा पड़ा,अँधा बन के जगत में खड़ा ,सारी बाते समझता है तूपर तू तो है चिखना घनामौत आगे चले न तड़ी,नाम जपले घडी दो घड़ी कर न काया का दिल में घुमानझूठी कोरी है इस की शानतू अकड ता है किस बात परबिन बताये निकल जाए प्राणना है …
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