भज मन राम चरण सुखदाई जिहि चरननसे निकसी सुरसरि संकर जटा समाई । जटासंकरी नाम परयो है, त्रिभुवन तारन आई ॥ जिन चरननकी चरनपादुका भरत रह्यो लव लाई । सोइ चरन केवट धोइ लीने तब हरि नाव चलाई ॥ सोइ चरन संत जन सेवत सदा रहत सुखदाई । सोइ चरन गौतमऋषि-नारी परसि परमपद पाई ॥ दंडकबन प्रभु पावन कीन्हो ऋषियन …
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श्रीराधिका जी का उद्धव को उपदेश
गोपियों के अद्भुत प्रेम – प्रवाह में ज्ञानशिरोमणि उद्धव का संपूर्ण ज्ञानभिमान बह गया । विवेक, वैराग्य, विचार, धर्म, नीति, योग, जप और ध्यान आदि संपूर्ण संबल के सहित उसकी ज्ञान नौका गोपियों के प्रेम समुद्र में डूब गयी । उद्धव गोपियों का मोह दूर करने आया था किंतु वह स्वयं ही उनके (दिव्य) मोह में मग्न हो गया …
Read More »ओम जाई ओम जाई जाई जाई ओम
ओम जाई ओम जाई जाई जाई ओम ओम जाई ओम जाई जाई जाई ओम ओम भुवा ओम भुवा ओम स्वाहा ओम भुवा ओम भुवा ओम स्वाहा ओम हरी हर विधि ओम ओम जाई ओम जाई जाई जाई ओम ओम जाई ओम जाई जाई जाई ओम ओम जाई ओम जाई जाई जाई ओम ओम जाई ओम जाई जाई जाई ओम ओम …
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